सीरिया के दक्षिणी-पश्चिमी इलाक़े में हाल के सप्ताहों के दौरान युद्ध में तेज़ी आने की वजह से सहायता सामग्री आपूर्ति में बाधा आई है.
इस वजह से क़रीब एक लाख 80 हज़ार लोगों को तुरन्त मदद की सख़्त ज़रूरत है.
मानवीय सहायता कार्यों में तालमेल बिठाने वाले कार्यालय OCHA ने शुक्रवार को बताया कि क़रीब 55 हज़ार लोगों के तो वजूद के लिए ख़तरा पैदा हो गया है.
जॉर्डन से मिलने वाली सीमा के निकट क़रीब 200 वर्गकिलोमीटर क्षेत्र में चरमपंथी गुटों ने लोगों की गतिविधियों और आवागमन को प्रतिबंधित कर दिया है.
इन संगठनों में आइसिल से सम्बन्ध रखने वाले जैयश ख़ालिद बिन वलीद भी शामिल हैं.
पिछले कुछ सप्ताहों के दौरान हुई लड़ाई में सीरियाई सरकार की सेनाओं ने हथियारबन्द विपक्षी गुटों पर जीत हासिल करते हुए दक्षिणी-पश्चिमी क्षेत्र में कुछ इलाक़ों को छुड़ा लिया है.
ओसीएचए का कहना है कि दक्षिणी-पश्चिमी सीरिया इलाक़े में गोलान पहाड़ियों के निकट एक गवर्नरेट अब भी विपक्षी गुटों के क़ब्ज़े में है.
इन इलाक़ों में आम आदमियों को इस लड़ाई से भारी परेशानी हो रही है और सहायता सामग्री पहुँचाना असम्भव हो गया है.
इस वजह से इन इलाक़ों में रहने वाले लोगों के पास खाने-पीने का सामान लगभग ख़त्म हो रहा है और सिर्फ़ कुछ ही दिनों तक जीवित रहने का सामान बचा है.
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों पर अमल करते हुए पिछला सहायता सामग्री काफ़िला पड़ोसी देश जॉर्डन से होकर 25 जून को भेजा गया था.
ओसीएचए के प्रवक्ता जेन लाएर्के का कहना था कि भोजन सामग्री से भरे गोदाम अब ख़ाली होने लगे हैं.
इन हालात ने ये बड़ी चिन्ता पैदा कर दी है कि उन हज़ारों लोगों तक जीवनदायी सहायता सामग्री किस तरह पहुँचाई जाएगी जिनके पास खाने-पीने का सामान बिल्कुल भी नहीं बचा है.