नेलसन मंडेला की जन्म शती

 

दक्षिण अफ्रीका के प्रथम काले राष्ट्रपति नेलसन मंडेला का 100 वाँ जन्म दिवस बुधवार को मनाया गया.

अगर वो जीवित होते तो बुधवार, 18 जुलाई को 100 वर्ष की आयु पूरी कर चुके होते.

ग़ौरतलब है कि नेलसन मंडेला ने दक्षिण अफ्रीका की श्वेत सरकार की रंगभेद नीति यानी Apartheid के विरुद्ध बहुत लम्बा आन्दोलन चलाया था.

उन्होंने नस्ल के आधार पर इंसानों के साथ भेदभाव दूर करके नस्लीय समानता क़ायम करने के लिए भी उम्र भर संघर्ष किया.

संयुक्त राष्ट्र 18 जुलाई को हर साल नेलसन मंडेला अन्तरराष्ट्रीय दिवस मनाता है.

2018 उनका जन्मशती साल है क्योंकि उनका जन्म 1918 में हुआ था.

साल 2013 में 95 वर्ष की आयु में नेलसन मंडेला का निधन हो गया था.

संयुक्त राष्ट्र महासचिव अंटॉनियो गुटेरेस का इस अवसर पर कहना था कि इतिहास में बहुत कम लोगों ने दुनिया के इतने लोगों का ध्यान आकर्षित किया है जितना कि नेलसन मंडेला ने.

महासचिव का कहना था कि नेलसन मंडेला की हस्ती आज हम सभी को शान्ति, क्षमादान, विनम्रता, मज़बूत चरित्र, दूसरों के लिए सम्मान और सेवा भाव जैसे Universal values यानी सार्वभौमिक मूल्यों के प्रतीक के तौर पर विराजमान रहती है.

नेलसन मंडेला दक्षिण अफ्रीका के लोकतांत्रिक रूप से चुने गए पहले राष्ट्रपति थे.

साथ ही वो दक्षिण अफ्रीका के पहले काले राष्ट्राध्यक्ष भी थे.

उनसे पहले वहाँ अँग्रेजों की सरकार थी जिसके ख़िलाफ़ उन्होंने स्वतंत्रता की लड़ाई का नेतृत्व किया था.

नेलसन मंडेला को विध्वंसकारी गतिविधियाँ चलाने के आरोप में आजीवन कारावास की सज़ा भुगतने के तौर पर 27 वर्ष तक जेल में रहना पड़ा था.

उन्हें 1990 में रिहा किया गया था और वो दक्षिण अफ्रीका के पहले काले लोकतांत्रिक राष्ट्रपति बने थे.

महासचिव अटॉनियो गुटेरेस का कहना था कि उन्हें कई बार नेलसन मंडेला से मुलाक़ात करने का सौभाग्य हासिल हुआ था और वो नेलसन मंडेला के नज़रिए, उनकी बुद्धिमत्ता, उनके पक्के इरादे और उनकी नरमदिली से बहुत प्रभावित रहे.