लियू झिया की सेहत गम्भीर

महबूब ख़ान, संयुक्त राष्ट्र रेडियो

संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार विशेषज्ञों ने चीन में एक मानवाधिकार कार्यकर्ता लियू झिया के मानसिक स्वास्थ्य पर गम्भीर चिन्ता जताई है.

लियू झिया को 2010 से ही नज़रबन्द किया हुआ है.

हाल ही में लियू झिया की आवाज़ में रिकॉर्ड की गई कुछ अपीलें सामने आई थीं जिनमें उन्होंने मदद की गुहार लगाई है.

चार वरिष्ठ मानवाधिकार विशेषज्ञों का कहना है कि लियू झिया को किसी अज्ञात स्थान पर नज़रबन्द करके रखा गया है और अब वो बहुत गम्भीर मनोवैज्ञानिक दबाव और तनाव से गुज़र रही हैं.

लियू झिया एक कवियत्रि हैं और वो पूर्व नोबेल शान्ति पुरस्कार विजेता लियू झियाओबो की पत्नी हैं. लियू झियाओबो का साल 2017 में जेल में ही निधन हो गया था.

लियू झिया को साल 2017 में अपने पति के अन्तिम संस्कार के दौरान ही सार्वजनिक तौर पर देखा गया था. उस समय भी उनके साथ चीन सरकार के अधिकारी मौजूद थे.

चीनी अधिकारी इन आरोपों का खंडन करते हैं कि लियू झिया को उनकी मर्ज़ी के बिना कहीं रखा गया है.

लियू झिया की नज़रबन्दी को 2011 में संयुक्त राष्ट्र के एक कार्यदल (UN Working Group) ने चीन सरकार की मनमानी कार्रवाई क़रार दिया था.

संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार विशेषज्ञों ने आग्रह किया है कि तुरन्त लियू झिया से मिलने की इजाज़त दी जाए.

साथ ही उन्हें अपनी इच्छानुसार अपना इलाज कहीं भी कराने की छूट दी जाए. इलाज कराने की ये सुविधा चीन के बाहर भी हो सकती है.