UNAIDS नामक संगठन ने कहा है कि दुनिया भर में एच आई वी का संक्रमण और मामले कम करने का लक्ष्य 2020 तक हासिल करने में समय बहुत तेज़ी से भागा जा रहा है.
संगठन ने बुधवार 18 जुलाई को एक Wake Up Call (stark wake-up call) के रूप में चेतावनी जारी करते हुए ये बात कही.
क़रीब 50 देशों में अब भी एच आई वी संक्रमण के नए मामले हो रहे हैं जबकि एड्स सम्बन्धित बीमारियों से होने वाली मौतों में अपेक्षित तेज़ी से कमी नहीं हो रही है.
यू एन एड्स की एक ताज़ा रिपोर्ट में कहा गया है कि बच्चों को एच आई वी संक्रमण से बचाने की दिशा में जो सफलताएँ हासिल की गई थीं, वो टिकाऊ साबित नहीं हो रही हैं.
रिपोर्ट कहती है कि बच्चों में एच आई संक्रमण के नए मामलों में पिछले दो वर्षों के दौरान सिर्फ़ 8 फ़ीसदी की कमी दर्ज की गई है.
एच आई वी से संक्रमित कुल बच्चों की क़रीब आधी संख्या को ही सटीक इलाज की सुविधा मिल पा रही है.
जबकि पिछले साल यानी 2017 में एड्स सम्बन्धित बीमारियों से क़रीब एक लाख 10 बच्चों की मौत हो गई.
यू एन एड्स की ये रिपोर्ट कहती है कि एच आई वी से संक्रमित व्यक्तियों के साथ स्वास्थ्यकर्मियों, क़ानून लागू करने वाली एजेंसियों, शिक्षकों, धार्मिक हस्तियों और अन्य लोगों द्वारा भेदभाव बरतने की वजह से बहुत से युवा और पीड़ित इस बीमारी का सामना करने में आगे आने से झिझकते हैं.
इस वजह से एच आई वी से पीड़ित बहुत से मरीज़ों को समय पर सही इलाज नहीं मिल पाता है इससे बहुत से लोग यौन स्वास्थ्य और प्रजनन स्वास्थ्य सेवाओं की सुविधाओं से वंचित रह जाते हैं.