दुनिया भर के ग़रीब देशों में अगर हर दिन मामूली सी रक़म ज़्यादा ख़र्च की जाए तो लाखों लोगों की जानें बचाई जा सकती हैं.
विश्व स्वास्थ्य संगठन – WHO की एक ताज़ा रिपोर्ट कहती है कि सबसे ज़्यादा ग़रीब देशों में अगर हर इन्सान के हिसाब से रोज़ाना एक डॉलर या उससे कुछ ज़्यादा रक़म ख़र्च की जाए तो बहुत सी जानलेवा बीमारियों का मुक़ाबला किया जा सकता है और 80 लाख से भी ज़्यादा लोगों की जान बचाई जा सकती है.
संगठन की एक स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉक्टर मीलेनी बर्टरैम ने ताज़ा रीसर्च का हवाला देते हुए कहा कि ये देश अगर कैंसर और दिल की बीमारियों की पहले से रोकथाम और इलाज पर इतनी सी रक़म ख़र्च कर दें तो उन्हें कुल मिलाकर 350 अरब डॉलर का फ़ायदा हो सकता है.
संगठन का कहना है कि दिल की बीमारियों और कैंसर की वजह से बहुत से लोगों का समय से पहले ही ना सिर्फ़ आर्थिक योगदान बन्द हो जाता है बल्कि उनके इलाज पर भारी धन ख़र्च होता है.
इससे ना सिर्फ़ निजी तौर पर अनेक परिवारों और व्यक्तियों के लिए ग़रीबी से निकलना मुश्किल हो जाता है, बल्कि देशों की अर्थव्यवस्था को भी भारी नुक़सान उठाना पड़ता है.
विशेषज्ञ डॉक्टर मीलेनी बर्टरैम का कहना है कि इस सूचना को इसलिए महत्वपूर्ण बताया जा रहा है क्योंकि लोगों को बीमारियों से बचाने या फिर उनके इलाज पर धन निवेश करने के आर्थिक फ़ायदों का पहली बार अनुमान लगाया गया है.
ये आँकड़े और अनुमान तमाम देशों के स्वास्थ्य अधिकारियों को भी मुहैया कराए गए हैं ताकि उन्हें इस ख़र्च के लिए ज़रूरी धन जुटाने में मदद मिल सके.