कोंगो लोकतांत्रिक गणराज्य डी आर सी में इबोला वायरस के फैलाव के संकट को क़ाबू में घोषित कर दिया गया है.
संयुक्त राष्ट्र के एक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी का कहना था कि राष्ट्रीय और अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर किए गए एकजुट प्रयासों की बदौलत ईबोला की चुनौती पर क़ाबू पा लिया गया है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक डॉक्टर टैड्रोस एडहेनॉम ग़ेबरेयेसस ने ईबोला की चुनौती से निपटने के लिए कोंगो गणराज्य में सक्रिय तमाम टीमों के अथक प्रयासों की ज़ोरदार सराहना की.
कोंगो में हाल के समय में ईबोला की वजह से कम से कम 29 लोगों की मौत हो गई.
उन्होंने स्वास्थ्यकर्मियों, इस चुनौती का सामना करने के लिए धन देने वाले दानदाताओं और कोंगो गणराज्य के स्वास्थ्य मंत्रालय के भी महत्वपूर्ण प्रयासों का ख़ास ज़िक्र किया.
ध्यान दिला दें कि कोंगो गणराज्य में पहले भी आठ बार ईबोला का संक्रमण फैल चुका है.
लेकिन इस बार का संक्रमण ऐसे शहरी इलाक़ों में फैला था जहाँ से जाने वाली एक नदी राजधानी, कई पड़ोसी देशों और दूरदराज़ के ऐसे गाँवों तक जाती है जो घने जंगलों के आसपास बसे हुए हैं.
इन हालात में ईबोला का संक्रमण बहुत बड़े पैमाने पर फैल जाने का भी ख़तरा पैदा हो गया था.
लेकिन डॉक्टर टैड्रॉस का कहना था कि 8 मई को ईबोला के ताज़ा संक्रमण के फैलाव की घोषणा की गई थी.
उसके कुछ ही घंटों के दौरान विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी की गई आपात धनराशि की बदौलत ईबोला के इस संक्रमण पर समय रहते हुए क़ाबू पाने में बहुत अहम सफलता मिल सकी.