सैलिस्बरी नमूनों के नतीजे जल्द

ब्रिटेन के सैलिस्बरी इलाक़े में दो रूसी व्यक्तियों पर हुए सन्दिग्ध रासायनिक हमले के नमूनों की जाँच-पड़ताल की जा रही है जिसके नतीजे अगले सप्ताह मिलने की उम्मीद जताई गई है.

रूसी मूल के ये व्यक्ति हैं सर्गेई स्क्रीपाल और उनकी बेटी यूलिया.

कहा जा रहा है कि इन दोनों व्यक्तियों को मारने के इरादे से बेहद ख़तरनाक और उच्च दर्जे का रासायनिक पदार्थ इस्तेमाल किया गया जो सिर्फ़ सैनिक स्तर पर उपलब्ध होता है.

इस रसायनिक पदार्थ के Sample यानी नमूने जाँच-पड़ताल के लिए संयुक्त राष्ट्र समर्थित उस निष्पक्ष और स्वतंत्र संगठन यानी Organisation for the Prohibition of Chemical Weapons (OPCW) को सौंपे गए हैं जो दुनिया को रासायनिक हथियारों से छुटकारा दिलाने के प्रयासों में सक्रिय है.

इस संगठन के महानिदेशक अहमत उज़ूम्कू ने कार्यकारी परिषद को बुधवार को इस बारे में ताज़ा जानकारी से अवगत कराया कि सैलिस्बरी मामले में ब्रिटेन को क्या तकनीकी सहायता मुहैया कराई गई है.

सर्गेई स्क्रीपाल और उनकी बेटी यूलिया को चार मार्च को सैलिस्बरी शहर में एक सार्वजनिक स्थान पर एक बैंच पर बेहोश पाया गया था.

जिसके बाद उन्हें गम्भीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया था और किसी बेहद ख़तरनाक़ रासायनिक पदार्थ की चपेट में आने का सन्देह व्यक्त किया गया था.

ब्रिटेन सरकार का कहना है कि उन पर नोवीचोक नामक नर्व एजेंट यानी रासायनिक पदार्थ से हमला किया गया था.

ब्रिटेन सरकार ने इस जहरीले रासायनिक पदार्थ की सटीक क़िस्म का पता लगाने के लिए ओ पी सी डब्ल्यू से तकनीकी मदद की गुज़ारिश की है.

संगठन के वैज्ञानिकों ने तकनीकी जाँच-पड़ताल के लिए ब्रिटेन का दौरा किया और सम्बन्धित स्थानों से फोरेंसिक नमूने एकत्र करके जाँच-पड़ताल शुरू कर दी है.

संगठन की टीम ने इन दो प्रभावित लोगों और एक पुलिस अधिकारी से भी नमूने इकट्ठा किए हैं.

इन नमूनों की जाँच-पड़ताल संगठन की प्रयोगशालाओं में हो रही है जिसके नतीजे अगले सप्ताह मिलने की उम्मीद है.

नतीजे मिलने पर इस बारे में ब्रिटेन सरकार को रिपोर्ट सौंप दी जाएगी. ब्रिटेन सरकार ने पहले ही कहा है कि इस रिपोर्ट को सार्वजनिक किया जाएगा.