सोमालिया में लगातार सूखा पड़ने से बड़े पैमाने पर मवेशियों की मौत हो गई है जिससे खेतीबाड़ी भी ख़तरे में पड़ गई है.
कुछ इलाक़ों से तो ऐसी ख़बरें हैं कि साठ फ़ीसदी तक मवेशी मौत के शिकार हो गए हैं.
संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन FAO ने ये सूचना जारी करते हुए आगाह भी किया है कि इन हालात की वजह से बहुत से लोगों को भोजन से वंचित होना पड़ सकता है.
यानी फ़सलों की पैदावार प्रभावित होने की वजह से लोगों तक खाने-पीने के सामान की भारी कमी हो सकती है.
संगठन ने Horn of Africa क्षेत्र के इस देश सोमालिया में सूखे से प्रभावित समुदायों की तुरन्त मदद करने का आहवान किया है ताकि उन्हें जीवित रहने के लिए समुचित साधन मिल सकें.
संगठन ने क़रीब 23 करोड़ 60 लाख डॉलर की धनराशि जुटाने की अपील करते हुए कहा है कि इस रक़म के ज़रिए इस साल क़रीब 27 लाख ग्रामीण सोमाली लोगों की मदद की जा सकेगी.
इसमें किसानों को फ़सलों के ज़रिए अच्छी पैदावार हासिल करने में मदद करना शामिल होगा.
जिन लोगों के पास खेतीबाड़ी का ज़रिया नहीं है और उनके पास खाने-पीने की चीज़ें ख़रीदने के लिए धन नहीं है तो उन्हें नक़द रक़म देकर मदद की जाएगी ताकि उन्हें भुखमरी से बचाया जा सके.
खाद्य और कृषि संगठन का कहना है कि ऐसे हालात में लोगों को जीविका के साधन चलाने और बेसहारा हो चुके लोगों को धन मुहैया कराकर जो मदद की जाएगी वो अन्ततः भुखमरी के ख़िलाफ़ जंग का भी एक हिस्सा है.
ऐसा करने से लोगों को अपने घर छोड़कर रोज़ी-रोटी की तलाश में अन्य स्थानों पर जाने यानी विस्थापित होने से भी रोका जा सकेगा.
इसके अलावा ऐसे मजबूर हालात में बहुत से लोग अपने वो साधन भी बेचने लगते हैं जिनके ज़रिए उनका पेट भरता है और उनकी जीविका चलती है.