संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी UNHCR ने कहा है कि यूरोपीय देशों में पहुँचने वाले प्रवासियों की संख्या में हाल के समय में कुछ कमी तो आई है मगर जो प्रवासी आ रहे हैं उन्हें नई तरह के ख़तरों का सामना करना पड़ रहा है.
संगठन ने एक ताज़ा रिपोर्ट प्रकाशित की है जिसमें ये दिखाया गया है कि यूरोपीय देशों में पहुँचने के इरादे से यात्रा करने वाले प्रवासियों और शरणार्थियों को किन हालात का सामना करना पड़ रहा है.
इस रिपोर्ट को नाम दिया गया है – Desperate Journeys. रिपोर्ट में बताया गया है कि बहुत से लोग लीबिया से समुद्री रास्ते के ज़रिए इटली पहुँचने की कोशिश करते रहे हैं लेकिन जुलाई 2017 के बाद से इनकी संख्या में काफ़ी कमी आई है.
ये गिरावट साल 2018 के शुरू तक जारी रही जोकि पिछले साल के मुक़ाबले क़रीब 74 फ़ीसदी थी.
लेकिन गम्भीर चिन्ता की बात ये है कि जो लोग लीबिया से समुद्री रास्ते के ज़रिए इटली में पहुँचने की कोशिश करते हैं, रास्ते में ही उनकी मौत हो जाने के मामलों में बढ़ोत्तरी हुई है.
पहले हर 29 में से एक व्यक्ति की मौत हो जाने का अनुपात था, जोकि साल 2018 के शुरू तक बढ़कर हर 14 में से एक व्यक्ति की मौत तक पहुँच गया है.
संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी ने रिपोर्ट में ये भी बताया है कि हाल के महीनों में लीबिया से यूरोपीय देशों का रुख़ करने वाले प्रवासियों और शरणार्थियों के स्वास्थ्य में बहुत गिरावट देखी गई है.
एजेंसी ने इस चलन को बहुत चिन्ताजनक बताया है.
एजेंसी का कहना है कि हाल के महीनों में पहुँचने वाले लोगों को बहुत पतला और दुबला पाया गया है, जिनमें ऊर्जा नहीं बची हो और कुल मिलाकर उनका स्वास्थ्य बहुत ख़राब पाया गया है.